वर्णविभागपूर्वक मनुष्यों की एवं समस्त प्राणियों की उत्पत्ति का वर्णन (महाभारत से)
वर्णविभागपूर्वक मनुष्यों की एवं समस्त प्राणियों की उत्पत्ति का वर्णन भृगुरुवाच। असृजद् ब्राह्मणानेव पूर्वं ब्रह्मा प्रजापतीन्।आत्मतेजोभिनिर्वृत्तान् भास्कराग्निसमप्रभान्।। १ ।। अर्थात् :- भृगु जी कहते हैं – मुने! ब्रह्माजी ने सृष्टि के प्रारंभ में अपने तेज से सूर्य के समान प्रकाशित होनेवाले ब्राह्मणों, मरीचि आदि प्रजापतियों को ही उत्पन्न किया । ततः सत्यं च धर्मं च …